हरदोई में तिरंगें की गरिमा को ठेस, दुर्घटना में हुई मौत ,शव पर लपेटा तिरंगा।
हरदोई से अजय राठौर की रिपोर्ट
अज्ञानता कहें या तिरंगा काफ मज़ाक़ जो भी हो, लेकिन इसको तिरगें का अपमान ही कहा जाएगा।जो कभी वीरों के शव के सम्मान में लपेटा जाता था,आज एक आम आदमी के शव पर डाला गया।मामला सुरसा थाना क्षेत्र के बड़ौआ गांव का जहां पर गांव निवासी हरी के पुत्र राजकुमार दस दिन पहले खेतुई के पास दुर्घटना में घायल हो गया था । गुरुवार शाम को बड़ौआ गांव में उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई जिसमें उसके शव को तिरंगे से ढककर ले जाया गया।और उसको दफनाने के बाद वही तिंरगा उसकी क्रब पर डाल दिया गया।शव का पूरा विडियो भी बनाया गया और उसको वायरल भी किया गया।
क्षेत्र के प्रबुद्ध वर्ग में तिरंगे के अपमान पर दिखा रोष।क्षेत्र के प्रबुद्ध वर्ग में किए गए इस कृत्य को लेकर काफी आक्रोश है।चर्चा है कि तिरंगा राष्ट्र ध्वज है।जो शूरवीर देशभक्त के शव की शोभा बढ़ाने को लेकर उनको सम्मान दिया जाता है। लेकिन यहां तो एक सामान्य व्यक्ति के लिए तिरंगे का अपमान उसको जमीन में दफ़नाया और फेंक दिया गया।पंचायत मित्र द्धारा बांटे गए तिरंगों से बनाया गया,कफ़न।आजादी के अमृत महोत्सव व हर घर तिरंगा के लिए गांव गांव तिरंगे वितरित किए गये थे।जिसमें बडौआ गांव निवासी पंचायत मित्र को तिरंगे झंडे मिले जिसमें उन्होंने उसका दुरपयोग हरी के घर में बहुत सारे झंडे दे दिया जिसका कफ़न लोगों ने बना दिया।
